Monday, June 20, 2011

दान (Daan)

जब घर में धन और नाव में पानी आने लगे, तो उसे दोनों हाथों से निकालें. 
ऐसा करने में बुद्धिमानी है. हमें धन की अधिकता सुखी नहीं बनाती.  - संत कबीर   


दान से वस्तु  घटती नहीं बल्कि बढ़ती है.  


दान के लिए वर्तमान ही सबसे उचित समय है. 
युधिस्तर के पास एक भिखारी आया. उन्होंने उसे अगले दिन आने के लिए कह दिया. इस पर भीम हर्षित हो उठे. उन्होंने सोचा कि उनके भाई ने कल तक के लिए मृत्यु पर विजय प्राप्त कर ली है.  - महाभारत      


विनम्र भाव से ऐसे दान करना चाहिए जैसे उसके लेने से आप कृतज्ञ हुए. - डा. के. के. अग्रवाल  



No comments: