त्रुटियों के संशोधन का नाम ही उन्नति है। - लाला लाजपतराय
सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए। -स्वामी दयानंद सरस्वती
प्रत्येक को अपनी उन्नति में संतुष्ट नहीं रहना चाहिए, किंतु सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए। -दयानंद स्वामी
हमारी सबसे बड़ी शान कभी न गिरने में नहीं है, बल्कि जब-जब हम गिरें, हर बार उठने में है। -कन्फ्युशियस
जो आप न उठना चाहे अपने पैरों पर भाई।
उन हीन जनों की जग में कर सकता कौन भलाई। - रामेश्वर करुण
स्वयं की उन्नति में ध्यान दो तो दूसरों की निंदा का समय ही नहीं मिलेगा।
सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए। -स्वामी दयानंद सरस्वती
स्त्री की उन्नति या अवनति पर ही राष्ट्र की उन्नति या अवनति समझनी चाहिए। -अरस्तू
प्रत्येक को अपनी उन्नति में संतुष्ट नहीं रहना चाहिए, किंतु सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए। -दयानंद स्वामी
हमारी सबसे बड़ी शान कभी न गिरने में नहीं है, बल्कि जब-जब हम गिरें, हर बार उठने में है। -कन्फ्युशियस
जो आप न उठना चाहे अपने पैरों पर भाई।
उन हीन जनों की जग में कर सकता कौन भलाई। - रामेश्वर करुण
स्वयं की उन्नति में ध्यान दो तो दूसरों की निंदा का समय ही नहीं मिलेगा।
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